तब्लीगी जमात का प्लाज्मा मानवता, सहिष्णुता और उच्च देशभक्ति का उदाहरण है,

तब्लीगी जमात का प्लाज्मा मानवता, सहिष्णुता और उच्च देशभक्ति का उदाहरण है,

तब्लीगी जमात का प्लाज्मा मानवता, सहिष्णुता और उच्च देशभक्ति का उदाहरण है, 

कारी अता-उर-रहमान नदवी


   अपनी जिम्मेदारी को पूरा करते हुए, सरकार को तब्लीगी अहबाब और विशेष रूप से मौलाना साद के खिलाफ दर्ज एफआईआर को वापस लेना चाहिए, और कोरंटाइन केंद्रों में उचित व्यवस्था की जानी चाहिए।

 लखनऊ (प्रेस विज्ञाप्ति)

 तब्लीगी जमात के दोस्त प्लाज्मा दान करके धर्म और राष्ट्रीयता कि मिसाल पेश कर  भारतीयों की जान बचा रहे हैं। उनका यह कृत्य मानवता, प्रेम, सहिष्णुता और देशभक्ति का एक उच्च उदाहरण है जो प्रशंसनीय  है। प्लाज्मा देने वाले 99%मुस्लिम हैं और जिनके शरीर में यह खून जाऐगा उनमे से 90% जयादा देश के लोग होंगे। अब सरकार को इससे जुड़े लोगों और विशेष रूप से तब्लीगी मरकज़ मौलाना साद कांधलवी के खिलाफ एफआईआर वापस लेनी चाहिए और नफरत फैलाने वालो लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी और अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करें

 उपरोक्त विचार कारी अता-उर-रहमान नदवी बिलहरवी ने एक महत्वपूर्ण संदेश में व्यक्त किए।
 उन्होंने कहा कि जब देश को आजाद कराने के लिए बलिदान की आवश्यकता थी, तब भी हम उन सभी प्रकार के बलिदानों की पेशकश करने में सबसे आगे थे, जिनका इतिहास गवाह है और आज फिर से परीक्षण और कठिनाई के समय में देश को रक्त की जरूरत है तो इसमें भी  मुसलमानों और विशेष रूप से  तब्लीगी जमात के लोग प्लाज्मा दान कर रहे हैं

 कारी अता-उर-रहमान ने सरकार से मांग की कि कोरोना वायरस के प्रसार के संबंध में मौलाना मुहम्मद साद कंधलवी सहित तब्लीगी जमात के सदस्यों के खिलाफ दर्ज एफआईआर को वापस लिया जाए।  उन लोगों के परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए जो व्यवस्था की कमी के कारण मर गए, जो संगरोध केंद्रों में हैं और भोजन और नाश्ते सहित अन्य आवश्यक सामग्री मौजूद नहीं हैं और बीना सहर के रोजा और बीना पानी के अपना उपवास खोलने के लिए मजबूर हैं। उनके पास तुरंत इंतजाम किया जाए । जिन लोगों का समय खत्म हो गया है, उनके लिए बिना देरी किए जाने की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए  सरकार को उन लोगों से माफी मांगनी चाहिए जो सरकार और प्रशासन की लापरवाही से परेशान हैं और उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करते हैं जो समाचार चैनलों और अखबारों में नफरत और जहर फैला रहे हैं।

 कारी अता-उर-रहमान ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और उपरोक्त मांगों को लागू करना सुनिश्चित करना चाहिए और सभी मुख्यमंत्रियों को यह आदेश जारी करना चाहिए ताकि देश में शांति और व्यवस्था का माहौल कायम रहे।  युवा पीढ़ी सुरक्षित हो सके। भारत के लोकतंत्र को संरक्षित रखा जा सके और इसकी अखंडता को नुकसान न  पहुंचेा।

 उन्होंने कहा कि सभी धर्मनिरपेक्ष और बस दलों के नेताओं को अपनी पूरी ताकत के साथ एकजुट होना चाहिए और एक नेतृत्व की दीवार बनना चाहिए और सरकार से उपरोक्त मांगें करनी चाहिए, उत्पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। यह समय की जरूरत है।  बिना किसी भेद के सभी नेताओं और न्याय चाहने वालों से अनुरोध है कि देश और मानवता के हित में देश और राष्ट्र के हित में एक सकारात्मक, स्थायी और ठोस योजना तैयार करें, और विद्वानों, राजनीतिक और गैर-राजनीतिक, सामाजिक हस्तियों को  उन्हें बिना किसी डर के हर मोर्चे पर अपनी आवाज उठाने दें। अल्लाह हमारा समर्थक और मददगार है  और कादिर है

 कारी अता-उर-रहमान ने कहा कि हमें धैर्य दिखाना चाहिए और जल्दबाजी के बजाय दूरदर्शिता और रणनीति के साथ काम करना चाहिए और कोरोना वायरस के खिलाफ एहतियाती उपाय करना चाहिए और इसको मिटाने के लिए विशेष प्रार्थनाएं करनी चाहिए।  और सरकार के साथ सहयोग करें और पड़ोसियों और जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करें। यह समय की सबसे महत्वपूर्ण जरूरत है।

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