इस्लामी आमाल | Islamic Duties / Obligations



इस्लामी आमाल | Islamic Duties / Obligations
इस्लामी आमाल | Islamic Duties / Obligations 

दोस्तों ! आज की इस पोस्ट में नमाज़ और वज़ू के बारे में बताएँगे की नमाज़ किसे कहते हैं ? नमाज़ पढ़ने से पहले किन चीजों की ज़रूरत होती है ? बदन के पाक होने से क्या मतलब है ? और वुज़ किसे कहते हैं ? तो आइये आगे जानते हैं। 

सवाल : इस्लामी आमाल से क्या मतलब है ?
जवाब : जिन पाँच चीजों पर इस्लाम की बुनियाद है इनमें पहली बात को ईमान कहते हैं। और इसका बयान पहले शोबे (खंड) में इस्लामी अकीदों के नाम से आप पढ़ चुके हो। बाकी चार चीज़ों यानी नमाज़, जकात, रमज़ान का रोज़ा, हज बैतुल्लाह को इस्लामी आमाल कहते हैं। इस दूसरे हिस्से में नमाज़ का बयान है।

नमाज़

सवाल : नमाज़ किसे कहते हैं ?
जवाब : नमाज़ खुदा तआला की इबादत और बन्दगी करने का एक खास तरीका है जो खदा तआला ने और उसके पैगम्बर सलअम ने बन्दों को सिखाया है।
सवाल : नमाज़ पढ़ने से पहले किन चीजों की ज़रूरत होती है ?
जवाब : नमाज़ पढ़ने से पहले सात चीज़ों की ज़रूरत होती है जिनके बगैर नमाज़ नहीं होती। इन चीज़ों को नमाज़ की शर्ते और फर्ज़ कहते हैं।
सवाल : वे सात चीजें जो नमाज से पहले ज़रूरी हैं क्या हैं ?
जवाब : (1) बदन का पाक होना (2) कपड़ों का पाक होना (3) जगह का पाक होना (4) सतर का छुपाना (5) नमाज़ का वक्त होना (6) किब्ले की तरफ मुँह करना (7) निय्यत करना।

नमाज़ की पहली शर्त का बयान

सवाल : बदन के पाक होने से क्या मतलब है ?
जवाब : बदन के पाक होने से यह मतलब है कि बदन पर किसी तरह की नजासत यानी नपाकी न हो।
सवाल : नजासत की कितनी किस्में हैं ?
जवाब : नजासत यानी नापाकी की दो किस्में हैं। एक हकीकी दूसरी हुक्मी।
सवाल : नजासत हकीकी किसे कहते हैं ?
जवाब : वह दिखाई देने वाली नापाकी जो देखने में आ सके नजासत हकीकिया कहलाती है जैसे पेशाब, पाखाना, खून, शराब।
सवाल : नजासत हुकमिया किसे कहते हैं ?
जवाब : वह नापाकी जो शरीअत के हुक्म से साबित हो मगर देखने में न आ सके, नजासत हुकमिया कहलाती है। जैसे बे वुजु होना गुस्ल की ज़रूरत होना।
सवाल : नमाज़ के लिए किस नजासत से बदन का पाक होना शर्त है?
जवाब : दोनों तरह की नापाकी से बदन का पाक होना ज़रूरी है।
सवाल : नजासत हुकमिया की कितनी किस्में हैं ?
जवाब : दो किस्में हैं। एक छोटी नजासत हुकमिया इसे 'हदसे असगर' कहते हैं और दूसरी बड़ी नजासत हुकमिया। इसे 'हदसे अक्बर' और 'जनाबत' कहते हैं।
सवाल : छोटी नजासत हुकमिया से बदन पाक करने का क्या तरीका है?
जवाब : छोटी नजासत हुकमिया से बदन वुज़ करने से पाक हो जाता है।

वुज़ का बयान

सवाल : वुज़ किसे कहते हैं ?
जवाब : वुज़ उसे कहते हैं कि आदमी जब नमाज़ पढ़ने का इरादा करे तो साफ बर्तन में पाक पानी लेकर पहले गट्टों तक हाथ धोये, फिर तीन बार कुल्ली करे, मिस्वाक करे, फिर तीन बार नाक में पानी डाले और नाक साफ करे। फिर तीन बार मुँह धोये। फिर कुहनियों तक दोनों हाथ धोये। फिर सर और कानों का मसह करे। फिर दोनों पाँव टखनों तक। वुज़ करने का तरीका तालीमुल इस्लाम के पहले हिस्से में तुम पढ़ चुके हो।
सवाल : वुज़ में क्या ये सब बातें ज़रूरी हैं ?
जवाब : वुज़ में कुछ बातें ज़रूरी हैं जिनके छूट जाने से वुज नहीं होता उन्हें 'फर्ज' कहते हैं और कुछ बातें ऐसी हैं जिनके छूट जाने से वुज़ हो जाता है मगर अधूरा होता है उन्हें 'सुन्नत' कहते हैं। और कुछ बातें ऐसी हैं कि उनके करने से सवाब ज्यादा होता है और छूट जाने से कोई नुक्सान नहीं होता उन्हें 'मुस्तहब' कहते हैं।
सवाल : वुज़ में फ़र्ज़ कितने हैं ?
जवाब : वुज़ में चार फ़र्ज़ हैं (1) माथे के बालों से ठोड़ी के नीचे तक और एक कान से दूसरे कान तक मुँह धोना (2) दोनों हाथों को कुहनियों समेत धोना (3) चौथाई सर का मसह करना (4) दोनों पाँव गट्टों समेत धोना।
सवाल : वुज़ में कितनी सुन्नतें हैं ?
जवाब : वज़ु  में तेरह सुन्नतें हैं:- (1) नीयत करना (2) बिस्मिल्लाह पढ़ना (3) पहले दोनों हाथ गट्टों तक धोना (4) मिस्वाक करना (5) तीन बार कुल्ली करना (6) तीन बार नाक में पानी डालना (7) दाढ़ी का खिलाल करना (8) हाथ-पाँव की उंगलियों का खिलाल करना (9) हर हिस्से को तीन बार धोना (10) एक बार सारे सर का मसह करना यानी भीगा हुआ हाथ फेरना (11) दोनों कानों का मसह करना (12) तरतीब से वुज़ करना (13) इस तरह वुज़ करना कि एक हिस्सा सखने न पाए कि दूसरा धो ले।
सवाल : वुज़ में मुस्तहब कितने हैं ?
जवाब : वुज़ में पांच चीजें मुस्तबह हैं (1)दाई तरफ से शुरू करना, कुछ आलिमों ने इसे सुन्नतों में गिना है और यही ज़्यादा ठीक है (2) गर्दन का मसह करना (3) वुज़ के काम को खुद करना दूसरे से मदद न लेना (4) किब्ले की तरफ मुँह करके बैठना (5) पाक और ऊंची जगह पर बैठकर वुज़ करना।
सवाल : वुज़ में कितनी चीजें मकरूह हैं ?
जवाब : वुज़ में चार चीजें मकरूह हैं:-
(1) नापाक जगह पर वुज़ करना (2) सीधे हाथ से नाक साफ करना (3) वुज़ करने में दुनिया की बातें करना (4) सुन्नत के खिलाफ वुज़ करना।
सवाल : कितनी चीजों से वुज़ टूट जाता है ?
जवाब : आठ चीज़ों से वुज़ टूट जाता है, 'उन्हें' वुज़ के नवाकिज़ कहते हैं (1) पाखाना-पेशाब करना या इन दोनों रास्तों से किसी और चीज का निकलना (2) रीह यानी हवा का पीछे से निकलना (3) बदन के किसी हिस्से से खुन या पीप का निकल कर बह जाना (4) मुँह भर के कै करना (5) लेट कर या सहारा लगाकर सो जाना (6) बीमारी या किसी और वजह से बेहोश हो जाना (7) मजनू यानी दीवाना हो जाना (8) नमाज़ में खिलखिला कर हंसना।

अपना कमेन्ट लिखें

Plz let me know about your emotion after reading this blog

और नया पुराने