इस्लाम का छठा पाठ | 6th Lesson Of Islam

 इस्लाम का छठा पाठ | 6th Lesson Of Islam
अस्सलामु अलैकुम दोस्तों ! आज के इस पाठ में इस्लाम के कलिमे के बारे में बताएँगे | सबसे पहला कालिमा कलिमाए तैयबह है और यह कलिमे हमें याद करने हैं | आइये शुरू करते हैं | 

इस्लाम के कलिमे 


1. कलिमए तैयिबा
لاۤ اِلٰـہَ اِلَّا اللّٰہُ مُحَمَّدٌ رَّسُوْلُ اللّٰہِ
लाइला-ह इल्लल्लाहु मुहम्मदुर-रसूलुल्लाह।
अनुवाद : अल्लाह के सिवा  कोई इबादत के लाइक नहीं | मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम अल्लाह के रसूल हैं |   2. कलिमए शहादत
اَشْہَدُ اَنْ لَّاۤ اِلٰہَ اِلَّا اللّٰہُ وَحْدَہٗ لَا شَرِیْکَ لَہٗ وَاَشْہَدُ اَنَّ مُحَمَّدًا عَبْدُہٗ وَرَسُوْلُہٗ
अशहदु अंल्ला इला-ह इल्लल्लाहु व अशहदु अन-न मुहम्मदन अब्दुहू व रसूलुह
अनुवाद : गवाही देता हूँ मैं की अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं और गवाही देता हूँ मैं की मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम अल्लाह के बन्दे और उसके रसूल हैं |  3. कलिमए तमजीद
سُبْحٰنَ اللّٰہِ وَالْحَمْدُ لِلّٰہِ وَلَاۤ اِلٰـہَ اِلَّا اللّٰہُ وَاللّٰہُ اَکْبَرُط وَلَاحَوْلَ وَلَاقُوَّۃَ اِلَّا بِاللّٰہِ الْعَلِیِّ الْعَظِیْمِ
सुब्हानल्लाहि वल-हमदुलिल्लाहि वला इला-ह इल्लल्लाहु वल्लाहु अक्बर वला हौ-ल वला कव्व-त इल्ला बिल्लाहिल अलीय्यिल अज़ीम।
  4. कलिमए तौहीदः
"لَا إِلَهَ إِلَّا اللّٰہُ وَحْدَهُ لَا شَرِيكَ لَهُ لَهُ الْمُلْكُ وَلَهُ الْحَمْدُ يُحْيِي وَيُمِيتُ بِيَدِهِ الْخَيْرُ وَهُوَ عَلَى كُلِّ شَيْءٍ قَدِيرٌ"
ला इला-ह इल्लल्लाहु वह-दहू ला शरी-क-लहू  लहुल मुल्कु व लहुल हम्दु युहय्यी व युमीतु बि यदिहिल खैर। व-हु-व अला कुल्लि शैइन कदीर|

5. कलिमए रद्दे कुफ्रः
اَللّٰهُمَّ اِنِّيْ اَعُوْذُ بِکَ مِنْ اَنْ اُشْرِکَ بِکَ شَيْئًا وَّاَنَا اَعْلَمُُ بِهِ وَاَسْتَغْفِرُکَ لِمَا لَآ اَعْلَمُ بِهِ تُبْتُ عَنْهُ وَتَبَرَّاْتُ مِنَ الْکُفْرِ وَالْمَعَاصِيْ کُلِّهَا وَاَسْلَمْتُ وَاَقُوْلُ لَآ اِلٰهَ اِلَّا اﷲُ مُحَمَّدٌ رَّسُوْلُ اﷲ
अल्ला हुम-म-इन्नी अऊजु बि-क-मिन अन उशिरक-बि-क शै अवं वअना आलमु बिही व अस्तगफिरुक लिमा ला आलमु बिही तुब्तु अन्हु व तबर्रअतु मिनल कुफ्रि वल मआसी कुल्लिहा अस्लमतु व आमन्तु व अकूलु ला इला-ह-इल्लल्लाहू मुहम्मदुर रसूलुल्लाह।"

6. ईमान मुज्मल:
آﻣَﻨْﺖُ بِاللّٰهِ ﮐَﻤَﺎ ھُوَ بِاَسْمَآئِهٖ وَصِفَاتِهٖ  وَ ﻗَﺒِﻠْﺖُ ﺟَﻤِﻴْﻊَ اَﺣْﮑَﺎمِهٖ"
आमन्तु बिल्लाहि कमा हु-व बिअस्माइही व सिफातिही व कबिलतु जमीअ अहकामिही।

7. ईमान मुफस्सलः
ﺁﻣَﻨْﺖُ بِاللّٰهِ وَ مَلٰئِكَتِهٖ وَ ﮐُﺘُﺒِﻪٖ وَ رُسُلِهٖ وَاﻟْﻴَﻮْمِ الْآﺧِﺮِ وَاﻟْﻘَﺪْرِ ﺧَﻴْﺮِﻩٖ وَ ﺷَﺮِّهٖﻣِﻦَاللّٰهِ ﺗَﻌَﺎلیٰ وَاﻟْﺒَﻌْﺚِ ﺑَﻌْﺪَ اﻟْﻤَﻮْتِ"
आमन्तु बिल्लाहि व मलाइ-कतिही व कुतुबिही व रूसुलिही वल यौमिल आखिरि वल कद्रि खैरिही वशर्रिही मिनल्लाहि तआला वल बअसि ब-अ-दल मौत।


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